No POA Sale: अब जमीन की खरीद-बिक्री में पावर ऑफ अटॉर्नी (POA) का इस्तेमाल नहीं होगा! हाल ही में हाईकोर्ट ने एक ऐतिहासिक फ़ैसला सुनाया है जिससे जमीन के मालिकों और खरीदारों को बड़ा फ़ायदा होने वाला है। अगर आप भी जमीन से जुड़े किसी भी सौदे में शामिल हैं या भविष्य में कोई प्लॉट खरीदने की सोच रहे हैं, तो यह आर्टिकल आपके लिए बेहद जरूरी है। आइए, विस्तार से समझते हैं कि यह फ़ैसला क्या है और यह आपकी रोजमर्रा की ज़िंदगी को कैसे प्रभावित करेगा।

इस आर्टिकल में हम आपको पावर ऑफ अटॉर्नी से जुड़ी हर छोटी-बड़ी जानकारी देंगे, जिससे आप किसी भी धोखाधड़ी या गलतफहमी से बच सकें। अंत तक पढ़ें, क्योंकि यहां हर सवाल का जवाब मिलेगा!

हाईकोर्ट का बड़ा फ़ैसला: POA से जमीन की बिक्री पर रोक

हाल ही में हाईकोर्ट ने एक अहम फ़ैसला सुनाते हुए कहा है कि अब पावर ऑफ अटॉर्नी (POA) के आधार पर जमीन की बिक्री नहीं की जा सकेगी। इस फ़ैसले का मकसद जमीन से जुड़ी धोखाधड़ी और कानूनी परेशानियों को कम करना है। आपकी जानकारी के लिए बता दें कि पहले कई लोग POA के जरिए जमीन बेच देते थे, जिससे असली मालिकों को बाद में दिक्कतों का सामना करना पड़ता था।

पावर ऑफ अटॉर्नी (POA) क्या है?

पावर ऑफ अटॉर्नी एक कानूनी दस्तावेज होता है जिसके तहत एक व्यक्ति दूसरे व्यक्ति को अपनी ओर से कुछ काम करने का अधिकार देता है। जमीन के मामले में, अक्सर मालिक किसी दूसरे व्यक्ति को POA देकर उसे जमीन बेचने या खरीदने का अधिकार दे देता था। लेकिन अब हाईकोर्ट ने इस प्रक्रिया पर रोक लगा दी है।

क्यों लिया गया यह फ़ैसला?

मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, हाईकोर्ट ने यह फ़ैसला निम्न कारणों से लिया है:

  • POA के जरिए जमीन बेचने से धोखाधड़ी के मामले बढ़ रहे थे
  • कई बार असली मालिकों को पता ही नहीं चलता था कि उनकी जमीन बेच दी गई है।
  • POA के आधार पर होने वाले सौदों में कानूनी झगड़े बढ़ रहे थे।

अब जमीन कैसे खरीदी या बेची जा सकेगी?

हाईकोर्ट के इस फ़ैसले के बाद अब जमीन की खरीद-बिक्री के लिए निम्न तरीके अपनाने होंगे:

  • जमीन का मालिक खुद ही रजिस्ट्री करवाएगा
  • अगर मालिक नहीं आ सकता, तो उसे कानूनी तौर पर वैध दस्तावेज देना होगा।
  • POA के बजाय अब सीधे रजिस्ट्री की प्रक्रिया को महत्व दिया जाएगा।

इस फ़ैसले के फ़ायदे

इस फ़ैसले से निम्न फ़ायदे होंगे:

  • जमीन मालिकों को धोखाधड़ी से सुरक्षा मिलेगी।
  • कानूनी झगड़ों में कमी आएगी।
  • जमीन के सौदे पहले से ज्यादा पारदर्शी होंगे।

क्या POA का इस्तेमाल पूरी तरह बंद हो गया है?

नहीं, POA का इस्तेमाल अभी भी कुछ मामलों में किया जा सकता है, जैसे:

  • प्रॉपर्टी का प्रबंधन करने के लिए।
  • किराए पर देने या लेने के लिए।
  • लेकिन जमीन की बिक्री के लिए POA का इस्तेमाल नहीं किया जा सकेगा।

अगर आपने POA के जरिए जमीन खरीदी है तो क्या करें?

अगर आपने पहले ही POA के आधार पर जमीन खरीदी है, तो आपको निम्न कदम उठाने चाहिए:

  • तुरंत कानूनी सलाह लें।
  • असली मालिक से सीधे रजिस्ट्री करवाने की कोशिश करें।
  • अगर कोई दिक्कत हो, तो कोर्ट का सहारा ले सकते हैं।

सूत्रों के मुताबिक, यह फ़ैसला जमीन से जुड़े कानूनी झगड़ों को कम करने में काफी मददगार साबित होगा। अगर आप भी जमीन से जुड़े किसी सौदे में शामिल हैं, तो इस नई गाइडलाइन को जरूर फॉलो करें।