Income Tax HouseEarn: क्या आपने कभी सोचा है कि मकान किराए पर देकर जो पैसा आप कमा रहे हैं, उस पर आपको टैक्स भी देना पड़ सकता है? जी हाँ, अक्सर लोगों को लगता है कि किराए की आमदनी सीधे उनकी जेब में आती है, लेकिन इनकम टैक्स के नियमों के मुताबिक, इस पर भी टैक्स देना जरूरी होता है। अगर आप भी एक हाउस ओनर हैं और अपनी प्रॉपर्टी को किराए पर देते हैं, तो यह आर्टिकल आपके लिए बहुत खास है। यहाँ हम आपको बिल्कुल सीधे और आसान शब्दों में समझाएंगे कि हाउस प्रॉपर्टी से होने वाली कमाई पर टैक्स कैसे कैलकुलेट होता है और किन तरीकों से आप कानूनी रूप से टैक्स में बचत कर सकते हैं।

इस आर्टिकल को पूरा पढ़ने के बाद आपके मन में टैक्स को लेकर जो भी सवाल होंगे, उनके जवाब आपको मिल जाएंगे। हमने यहाँ हर एक पहलू को बहुत ही आसान भाषा में समझाने की कोशिश की है, ताकि आपको कहीं और जाने की जरूरत ही न पड़े। तो चलिए, शुरू करते हैं और जानते हैं कि किराए की आमदनी को आप अपने इनकम टैक्स रिटर्न में कैसे दिखा सकते हैं और कैसे अपनी मेहनत की कमाई को सही तरीके से मैनेज कर सकते हैं।

हाउस प्रॉपर्टी इनकम पर टैक्स कैलकुलेशन: एक आसान गाइड

आपकी जानकारी के लिए बता दें, इनकम टैक्स एक्ट के सेक्शन 22 के मुताबिक, किराए पर दी गई प्रॉपर्टी से होने वाली आमदनी को ‘हाउस प्रॉपर्टी इनकम’ के तौर पर देखा जाता है। इस आमदनी पर टैक्स लगता है, लेकिन अच्छी बात यह है कि आप इस आमदनी में से कुछ खर्चों को घटा सकते हैं और स्टैंडर्ड डिडक्शन का फायदा भी ले सकते हैं। इसका मतलब यह है कि आपको पूरे किराए पर टैक्स नहीं देना होगा, बल्कि कुछ कटौतियों के बाद जो शुद्ध आमदनी बचेगी, उसी पर टैक्स कैलकुलेट होगा।

टैक्स कैलकुलेशन का फॉर्मूला समझें

हाउस प्रॉपर्टी से होने वाली आमदनी पर टैक्स कैलकुलेट करने का तरीका बहुत ही आसान है। सबसे पहले आपको साल भर में मिलने वाले कुल किराए को जोड़ना है। इसे ग्रॉस एनुअल वैल्यू (GAV) कहते हैं। इसके बाद, इस GAV में से म्युनिसिपल टैक्स जैसे हाउस टैक्स को घटा दें। फिर, अगर प्रॉपर्टी पर लोन लेकर बनवाने या रिपेयर का काम कराया गया है, तो उसके ब्याज और खर्चों को भी घटाया जा सकता है। आखिर में, स्टैंडर्ड डिडक्शन के तौर पर 30% की छूट मिलती है। बची हुई रकम पर आपके इनकम टैक्स स्लैब के हिसाब से टैक्स लगेगा।

टैक्स बचाने के कानूनी तरीके

आपको बता दें, टैक्स में बचत करने के कई कानूनी तरीके हैं। अगर आपने घर खरीदने के लिए होम लोन लिया है, तो आप उस लोन पर चुकाए गए ब्याज की पूरी रकम को अपनी हाउस प्रॉपर्टी इनकम में से घटा सकते हैं। इसके अलावा, प्रॉपर्टी के मरम्मत और मेंटेनेंस के खर्चों को भी क्लेम किया जा सकता है। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, बहुत से लोग इन छूटों के बारे में सही जानकारी नहीं रखते और ज्यादा टैक्स अदा कर देते हैं। इसलिए इन बातों का ध्यान रखना बहुत जरूरी है।

नगर पालिका टैक्स और मरम्मत खर्च

हाउस प्रॉपर्टी की आमदनी में से आप जो भी नगर पालिका टैक्स (हाउस टैक्स) साल भर में अदा करते हैं, उसे पूरी तरह से घटाया जा सकता है। साथ ही, अगर आपने प्रॉपर्टी की मरम्मत करवाई है, तो उसका खर्च भी क्लेम किया जा सकता है। हालाँकि, यह ध्यान रखना जरूरी है कि मरम्मत का खर्च तभी मान्य होगा जब वह साल भर में किए गए वास्तविक भुगतान के आधार पर हो।

स्टैंडर्ड डिडक्शन का फायदा

मीडिया के अनुसार, एक बार सभी खर्चे घटाने के बाद, बची हुई किराए की आमदनी पर आपको 30% की स्टैंडर्ड डिडक्शन मिलती है। यह छूट प्रॉपर्टी के मरम्मत और मेंटेनेंस के लिए दी जाती है, भले ही आपने वास्तव में उतना खर्च किया हो या नहीं। इसका मतलब यह है कि अगर आपकी नेट हाउस प्रॉपर्टी इनकम 1 लाख रुपये है, तो आप उसमें से 30,000 रुपये और घटा सकते हैं और सिर्फ 70,000 रुपये पर ही टैक्स देंगे।

किराएदार न होने की स्थिति में क्या होगा?

अगर आपकी प्रॉपर्टी खाली पड़ी है और उस पर कोई किराएदार नहीं है, तब भी आपको टैक्स का पेमेंट करना पड़ सकता है। इस स्थिति में, प्रॉपर्टी की वार्षिक रेटेबल वैल्यू (म्युनिसिपल वैल्यूएशन) को आपकी आमदनी माना जाएगा और उस पर टैक्स कैलकुलेट होगा। इसलिए, प्रॉपर्टी खाली छोड़ने के बजाय उसे किराए पर दे देना एक बेहतर आर्थिक फैसला हो सकता है।

ITR में हाउस प्रॉपर्टी इनकम कैसे भरें?

इनकम टैक्स रिटर्न (ITR) भरते समय आपको हाउस प्रॉपर्टी से होने वाली आमदनी का विवरण देना होगा। ITR फॉर्म के सेक्शन ‘हाउस प्रॉपर्टी’ में आपको ग्रॉस एनुअल वैल्यू, म्युनिसिपल टैक्स, मरम्मत खर्च और होम लोन ब्याज जैसी सभी जानकारी भरनी होगी। सूत्रों के मुताबिक, सही और पूरी जानकारी न भरने पर आपको इनकम टैक्स डिपार्टमेंट की तरफ से नोटिस मिल सकता है, इसलिए इस भाग को ध्यान से भरें।

निष्कर्ष: सही प्लानिंग है जरूरी

हाउस प्रॉपर्टी से होने वाली आमदनी पर टैक्स की गणना थोड़ी जटिल लग सकती है, लेकिन सही जानकारी