Joint FD Scheme: क्या आप जानते हैं कि पत्नी के नाम पर FD कराने से आपको इनकम टैक्स में फ़ायदा मिल सकता है? अगर नहीं, तो यह आर्टिकल आपके लिए बहुत काम का है। यहां हम आपको बताएंगे कि कैसे जॉइंट FD स्कीम आपकी टैक्स बचत में मदद कर सकती है और इससे जुड़े सभी पहलुओं पर विस्तार से चर्चा करेंगे। अगर आप भी टैक्स बचाने के तरीके ढूंढ रहे हैं, तो यह आर्टिकल आपके लिए एकदम सही है।

इस आर्टिकल को पूरा पढ़ने के बाद आपको जॉइंट FD स्कीम से जुड़ी हर जानकारी मिल जाएगी। हमने इसे आसान भाषा में लिखा है ताकि आप बिना किसी परेशानी के सब कुछ समझ सकें। इसलिए, इसे अंत तक जरूर पढ़ें और अपने टैक्स प्लानिंग को स्मार्ट बनाएं।

जॉइंट FD स्कीम क्या है और यह कैसे काम करती है?

जॉइंट FD स्कीम एक ऐसी योजना है जिसमें दो या दो से अधिक लोग मिलकर फिक्स्ड डिपॉजिट खोल सकते हैं। इसमें पति-पत्नी, भाई-बहन या किसी भी दो करीबी लोगों का नाम शामिल हो सकता है। आपकी जानकारी के लिए बता दें कि जॉइंट FD दो तरह की होती है:

  • सर्वाइवर मोड: इसमें अगर एक व्यक्ति की मृत्यु हो जाती है, तो दूसरा व्यक्ति FD का पूरा फ़ायदा उठा सकता है।
  • इथर ऑर सर्वाइवर मोड: इसमें कोई भी व्यक्ति FD से पैसे निकाल सकता है।

पत्नी के नाम पर FD कराने से टैक्स में कैसे मिलता है फ़ायदा?

अगर आप अपनी पत्नी के नाम पर FD कराते हैं, तो इससे आपको टैक्स बचत का मौका मिल सकता है। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, इसके पीछे का नियम यह है कि पत्नी की आमदनी पर टैक्स उसी के नाम से भरा जाता है। अगर पत्नी की आमदनी कम है या वह हाउसवाइफ हैं, तो FD पर मिलने वाला ब्याज उनके नाम से टैक्सेबल होगा, जिससे आपका टैक्स बोझ कम हो सकता है।

किन बातों का रखें ध्यान?

पत्नी के नाम पर FD कराते समय कुछ जरूरी बातों का ध्यान रखना चाहिए:

  • FD पर मिलने वाला ब्याज पत्नी की आमदनी में जुड़ेगा।
  • अगर पत्नी की कोई आमदनी नहीं है, तो ब्याज पर टैक्स नहीं लगेगा या कम लगेगा।
  • अगर FD का पैसा पत्नी के नाम से ट्रांसफर किया गया है, तो यह क्लियर होना चाहिए कि यह उनका खुद का पैसा है।

क्या हैं जॉइंट FD के अन्य फ़ायदे?

जॉइंट FD सिर्फ टैक्स बचत के लिए ही नहीं, बल्कि और भी कई काम की है:

  • इसमें दोनों व्यक्तियों को FD का फ़ायदा मिलता है।
  • अगर एक व्यक्ति की मृत्यु हो जाए, तो दूसरा व्यक्ति बिना किसी परेशानी के पैसे निकाल सकता है।
  • यह परिवार के सदस्यों के बीच आर्थिक सुरक्षा बढ़ाती है।

क्या कोई नुकसान भी है?

हर सिक्के के दो पहलू होते हैं। जॉइंट FD के भी कुछ नुकसान हैं:

  • अगर पत्नी की आमदनी ज्यादा है, तो FD का ब्याज उनकी आमदनी में जुड़कर टैक्स बढ़ा सकता है।
  • कभी-कभी बैंक या पोस्ट ऑफिस में जॉइंट FD के नियम अलग-अलग हो सकते हैं, जिससे परेशानी हो सकती है।

कैसे करें जॉइंट FD?

जॉइंट FD कराना बहुत आसान है। आपको बस इन स्टेप्स को फॉलो करना है:

  • अपने पसंदीदा बैंक या पोस्ट ऑफिस में जाएं।
  • जॉइंट FD फॉर्म भरें और दोनों व्यक्तियों के दस्तावेज लगाएं।
  • FD का प्रकार (सर्वाइवर या इथर ऑर सर्वाइवर) चुनें।
  • पैसा जमा करके FD एक्टिवेट करें।

आपकी जानकारी के लिए बता दें कि जॉइंट FD आपकी आर्थिक प्लानिंग का एक कमाल का हिस्सा हो सकती है। अगर आप इसे सही तरीके से इस्तेमाल करें, तो यह न सिर्फ टैक्स बचत में मदद करेगी, बल्कि परिवार की सुरक्षा भी बढ़ाएगी।