Rural Bank FD Scheme: क्या आप जानते हैं कि पत्नी के नाम पर FD कराने से आपको टैक्स में बड़ी बचत हो सकती है? अगर नहीं, तो यह आर्टिकल आपके लिए ही है! यहां हम आपको ग्रामीण बैंकों की FD स्कीम के बारे में पूरी जानकारी देंगे, जिससे आप अपनी आमदनी को स्मार्ट तरीके से इन्वेस्ट कर सकते हैं और टैक्स में फायदा उठा सकते हैं। अगर आप भी अपने पैसों को सुरक्षित रखने के साथ-साथ टैक्स बचाना चाहते हैं, तो इस आर्टिकल को अंत तक जरूर पढ़ें।

इस आर्टिकल में हम आपको बताएंगे कि कैसे पत्नी के नाम पर FD कराने से आपको टैक्स में छूट मिल सकती है, इसके लिए क्या शर्तें हैं, और किन बातों का ध्यान रखना जरूरी है। हमने यहां हर छोटी-बड़ी जानकारी को सरल भाषा में समझाया है ताकि आप आसानी से समझ सकें। इसलिए, इसे पूरा पढ़ने के बाद आपके मन में कोई सवाल नहीं रहेगा।

पत्नी के नाम पर FD कराने के टैक्स फायदे

आपकी जानकारी के लिए बता दें कि अगर आप अपनी पत्नी के नाम पर FD कराते हैं, तो आपको टैक्स में काफी फायदा मिल सकता है। इसका मुख्य कारण यह है कि पत्नी की FD पर मिलने वाली ब्याज आमदनी को उसके नाम पर ही टैक्स लगता है, न कि आपके नाम पर। अगर आपकी पत्नी की आमदनी कम है या वह हाउसवाइफ हैं, तो यह ऑप्शन आपके लिए और भी फायदेमंद हो सकता है।

कैसे काम करता है यह नियम?

मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, इनकम टैक्स एक्ट के सेक्शन 64(1)(iv) के तहत, अगर कोई व्यक्ति अपनी पत्नी के नाम पर FD कराता है, तो उस पर मिलने वाला ब्याज पत्नी की आमदनी माना जाता है। अगर पत्नी की कुल आमदनी टैक्स फ्री लिमिट (वर्तमान में 2.5 लाख रुपये सालाना) से कम है, तो उस पर कोई टैक्स नहीं लगेगा। इस तरह, आप अपने टैक्स बर्डन को कम कर सकते हैं।

किन बातों का रखें ध्यान?

  • FD सिर्फ पत्नी के नाम पर ही होनी चाहिए, संयुक्त खाते पर नहीं।
  • पत्नी की आमदनी टैक्स फ्री लिमिट के अंदर होनी चाहिए।
  • FD पर मिलने वाला ब्याज पत्नी के नाम पर ही डिक्लेयर किया जाना चाहिए।
  • अगर FD की रकम बहुत बड़ी है, तो इनकम टैक्स डिपार्टमेंट सवाल उठा सकता है।

ग्रामीण बैंकों की FD स्कीम क्यों है बेहतर?

ग्रामीण बैंकों की FD स्कीम छोटे वर्ग के लोगों के लिए काफी फायदेमंद होती है। इन बैंकों में आपको ज्यादा ब्याज दर मिलती है और साथ ही कम से कम रकम से भी FD शुरू की जा सकती है। आपको बता दें कि कुछ ग्रामीण बैंक 5,000 रुपये से भी FD शुरू करने की सुविधा देते हैं, जो शहरी बैंकों के मुकाबले काफी अच्छा ऑप्शन है।

FD कराते समय इन डॉक्युमेंट्स की होगी जरूरत

  • पत्नी का आधार कार्ड
  • पैन कार्ड
  • पासपोर्ट साइज फोटो
  • निवास प्रमाण पत्र
  • शादी का प्रमाण पत्र (अगर बैंक मांगे)

क्या होगा अगर पत्नी की आमदनी टैक्स लिमिट से ज्यादा है?

अगर आपकी पत्नी की आमदनी टैक्स फ्री लिमिट से ज्यादा है, तो FD पर मिलने वाले ब्याज पर टैक्स लगेगा। हालांकि, अगर वह किसी लोअर टैक्स स्लैब में आती है, तो भी आपको फायदा हो सकता है। इसलिए, FD कराने से पहले अपनी पत्नी की आमदनी और टैक्स स्लैब को अच्छी तरह चेक कर लें।

क्या पति-पत्नी दोनों के नाम पर FD कराना चाहिए?

अगर आप संयुक्त रूप से FD कराते हैं, तो ब्याज आमदनी दोनों के नाम पर स्प्लिट होगी। इससे आप दोनों की इंडिविजुअल इनकम कम होगी और टैक्स में बचत हो सकती है। हालांकि, इसके लिए आपको अपने बैंक में संयुक्त खाता खुलवाना होगा और FD भी संयुक्त नाम पर ही करानी होगी।

सूत्रों के मुताबिक, ग्रामीण बैंकों की FD स्कीम न केवल आपके पैसों को सुरक्षित रखती है, बल्कि टैक्स बचाने का भी एक बेहतरीन तरीका है। अगर आप सही तरीके से प्लानिंग करें, तो आप अपने टैक्स को काफी हद तक कम कर सकते हैं। इसलिए, आज ही अपने नजदीकी ग्रामीण बैंक में जाकर इस स्कीम के बारे में जानकारी लें और अपने पैसों को सुरक्षित तरीके से इन्वेस्ट करें।